स्टारलिंक, एलन मस्क
पाकिस्तान कितना बड़ा धोखेबाज है ये बात किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तानी टेलीकॉम ऑथिरिटी ने एलन मस्क की कंपनी Starlink के साथ भी ऐसा ही किया है। पिछले दिनों मार्च में स्टारलिंक को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस का अस्थायी लाइसेंस देने के बाद अब नियम-कायदे गिनाने शुरू कर दिए हैं। आसान भाषा में कहा जाए तो एलन मस्क की कंपनी को दोबारा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पाकिस्तानी टेलीकॉम ऑथोरिटी के पास अप्लाई करना होगा। PTA यानी पाकिस्तान टेलीकॉम ऑथिरिटी ने स्टारलिंक को कहा कि कंपनी को पूरा लाइसेंस तब तक नहीं दिया जाएगा, जब तक की वो परमानेंट रजिस्ट्रेशन नहीं करा लेती है।
मार्च में दिया था अस्थायी लाइसेंस
आतंकियों को पालने वाले देश पाकिस्तान ने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस ऑपरेट करने के लिए एलन मस्क की कंपनी को मार्च में अस्थायी लाइसेंस दिया था। पाकिस्तान की सरकार दुनिया को ये दिखाना चाहती था कि भारत से पहले सैटेलाइट सर्विस शुरू वहां शुरू हो गई है। हालांकि, आनन-फानन में दिए इस अस्थायी लाइसेंस पर अब सरकार ने पुनर्विचार करने का फैसला किया है। पाकिस्तानी टेलीकॉम ऑथिरिटी चाहता है कि Starlink को सर्विस शुरू करने का परमानेंट लाइसेंस तब तक नहीं दिया जाएगा, जब तक की कंपनी रजिस्ट्रेशन नहीं करवा लेती है।
कागजी कार्रवाई में उलझाया
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, PTA ने स्टारलिंक को कुछ टेक्निकल और सिक्योरिटी टेस्ट पास करने के लिए भी कहा है। पाकिस्तान ने स्टारलिंक को अस्थाई लाइसेंस देने के महज एक महीने के बाद ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। वहां की सरकार स्टारलिंक को कागजी कार्रवाई में उलझा रही है। कंपनी को परमानेंट रजिस्ट्रेशन समेत तकनीकी और सिक्योरिटी टेस्ट पास करने के लिए भी कहा गया है।
X पर लगा बैन
हालांकि, यह पहला मामला नहीं है जब पाकिस्तान की सरकार ने एलन मस्क को धोखा दिया हो। दुनिया के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक एलन मस्क का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X भी पाकिस्तान में बैन है। X (पहले ट्विटर) को पाकिस्तान में हुए आम चुनावों में धांधली का आरोप लगने के बाद बैन कर दिया गया था। हालांकि, वहां की सरकार VPN यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपना X अकाउंट चलाती है। इस मामले में वहां की हाई कोर्ट ने भी पाकिस्तान सरकार की जमकर क्लास लगाई थी।
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