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<p style="text-align: justify;">आपने कुछ लोगों को देखा होगा जो जन्म से ही एकदम फिट होते हैं. ये लोग कितना भी खा लें लेकिन मजाल है कि बॉडी पर फैट नजर आए. वहीं, दूसरी तरफ वे लोग हैं जिनके शरीर पर पानी भी लगता है. यानी ये लोग जितना भी हल्का खाएं, मोटे ही दिखते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? </p>
<p style="text-align: justify;">आपके घर में, दोस्तों में या आसपास कुछ ऐसे लोग होंगे जो हमेशा एकदम फिट दिखते होंगे. वे न तो जिम जाते हैं और न ही किसी तरह की एक्सरसाइज करते हैं, इसके बावजूद उनका पेट अंदर रहता है? एक रिसर्च में सामने आया है कि आपके बॉडी फैट का संबंध आपकी मां की कोख से होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं उस रिसर्च के बारे में जो आपके होश भी उड़ा सकती है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>जिस महीने पेट में आए उस महीने का मौसम करता है असर</strong></p>
<p style="text-align: justify;">जापान में हुई एक रिसर्च में पता चला है है कि आपके शरीर में कितना फैट होगा, यह बहुत हद तक उस महीने का मौसम तय करता है, जिस महीने आप अपनी मां के पेट में आए थे, यानी जब आपकी मां ने आपको कंसीव किया था. बात हैरान करने वाली जरूर है, लेकिन 365 वॉलंटियर्स पर किए गए अध्ययन में पता चला है कि ठंड के मौसम में गर्भधारण करने वाले लोगों का शरीर गर्मी के मौसम गर्भधारण करने वाले लोगों से अलग तरह से काम करता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ठंड के मौसम वाले लोगों की बॉडी में होता है कम फैट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">रिसर्च में सामने आया है कि ठंड के मौसम में गर्भधारण करने वाले लोगों में एक विशेष प्रकार की वसा अधिक सक्रिय थी ऐसे लोगों में ब्राउन एडिपोज टिश्यू की गतिविधि अधिक थी, जो हमारे शरीर की ऊर्जा को जलाने का काम करता है और शरीर को गर्म भी रखता है. अध्ययन में पाया गया है कि जिस बच्चों को उनकी मां ने ठंड के मौसम में कंसीव किया, उनमें ऊर्जा की खपत अधिक थी और उनका वजन भी कम था. इतना ही नहीं ऐसे बच्चों के शरीर में वसा भी कम जमा थी. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>गर्मी में गर्भधारण वाले लोगों में होता है ज्यादा फैट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">शोधकर्ताओं की टीम का मानना है कि हमारे शरीर में ब्राउन वसा की गतिविधि हमारे बॉडी फैट पर असर डालती है. अगर ब्राउन वसा की गतिविधि अधिक होगी तो बॉडी फैट कम होगा. वहीं अगर इसकी गतिविधि कम होगी तो उतना ही बॉडी फैट ज्यादा होगा. स्टडी में सामने आया है कि गर्मी के मौसम में गर्भधारण करने वालों में सक्रिय ब्राउन वसा की कमी थी, जिससे उनका वजन भी ज्यादा था और बॉडी फैट भी ज्यादा था. </p>
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कितना भी खा लें लेकिन नहीं बढ़ता मोटापा, क्या आपके बॉडी फैट का 'मां की कोख' से कुछ संबध है? नई रिसर्च उड़ा देगी होश
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