Ramadan 2025: कुवैत के आंतरिक मंत्रालय ने रमाजन के पवित्र महीन के दौरान भीख मांगते हुए पकड़े जाने वाले किसी भी प्रवासी को वापस उसके देश भेजने की बात कही थी. अब कुवैत ने इस मामले में सख्त कानूनी कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. यहां अक्सर मस्जिदों के बाहर भीख मांगने पर पुलिस कार्रवाई करती है. इस बार रमजान में कुवैत सरकार की तरफ से जांच की गई, जिसमें 11 भिखारियों को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी प्रवासी हैं.
अरब देशों में सबसे ज्यादा पाकिस्तान के भिखारी
पाकिस्तान के लोग बड़ी तादाद में अरब देशों में काम करने के लिए जाते हैं. पिछले साल पाकिस्तान की सीनेट की एक कमेटी ने कबूल किया था कि गल्फ देशों (यूएई, सऊदी अरब, कतर और कुवैत) में काम कर रहे पाकिस्तानियों की भीख मांगने की शिकायतें आई है. कमेटी ने कहा था कि यही कारण है कि वहां के देश पाकिस्तानियों को ज्यादा पसंद नहीं करते हैं. खाड़ी के कई देश इसे लेकर पाकिस्तान सरकार से शिकायत भी कर चुके हैं.
कुवैत ने शुरू की कानूनी कार्रवाई
बीते दिनों पाकिस्तान के अधिकारी ने कहा था कि यूएई, सऊदी अरब, तकर और कुवैत में गिरफ्तार किए गए भिखाड़ियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी नागरीक हैं. ऐसे में यह साफ है कि इस बार कुवैत में जिन भिखारियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें से अधिकतर पाकिस्तानी नागरीक ही होंगे. गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार भिखाड़ियों में 8 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं, जो अरब और एशिया के रहने वाले हैं. आंतरिक मंत्रालय की जनरल डिपार्टमेंट ऑफ सिक्योरिटी रिलेशन एंड मीडिया ने इसे लेकर बयान भी जारी कर दिया है.
अधिकारियों ने कहा है कि इनमें से कई लोग विजिट वीजा और फैमिली रेजिडेंस वीजा पर कुवैत आए थे. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है और उन कंपनियों की जांच की जा रही है, जो विजिट वीजा पर प्रवासियों को नौकरी प्रदान कर रहे हैं. कुवैत ने रमजान के पवित्र महीन के दौरान भिखाड़ियों का पीछा करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दस्ते तैनात किए हैं.
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