Waqf Amendment Bill: संसद से वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद शुक्रवार (4 अप्रैल, 2025) को AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एबीपी न्यूज़ के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वक्फ से जुड़े तमाम मुद्दों पर बातचीत की. असदुद्दीन ओवैसी ने दावा करते हुए कहा, ‘ये सरकार असंवैधानिक बिल लाई है और अब मुस्लिम धर्म के संस्थानों को नॉन मुस्लिम चलाएंगे?’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘वक्फ बिल पर राष्ट्रपति के साइन करते ही ये कानून बन जाएगा और फिर इस कानून के तहत संभल की मस्जिद वक्फ नहीं रहेगी, क्योंकि वो पहले से ASI के अंतर्गत आती है. लखनऊ और हैदराबाद के जो इमामबाड़े हैं वो भी वक्फ से बाहर हो जाएंगे. सलीम चिश्ती की दरगाह भी ASI अधिकृत हो जाएगी. उन्होंने आगे कहा, ‘यूपी सरकार संविधान को नहीं मान रही है वो किसी भी एक्ट को नहीं मानती है. वक्फ की प्रॉपर्टी को भी नहीं मानती.’
इंदिरा गांधी का जिक्र कर सरकार पर साधा निशाना
लोकतांत्रिक तरीके से वक्फ बिल पास होने के सवाल पर AIMIM चीफ ने कहा, ‘हिटलर भी इलेक्शन जीत कर आया था और 60 लाख यहूदियों को गैस चेंबर में डाल दिया था. इंदिरा गांधी ने भी कानूनन इमरजेंसी लगाई और उसके बाद सबको बंद कर दिया था. भारत के तमाम फंडामेंटल राइट्स को दांव पर रख कर इस सरकार ने असंवैधानिक कानून बना दिया, इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं.’
ओवैसी ने चंद्रबाबू नायडू को बताया धोखेबाज
NDA के सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने कास्ट सर्वे किया था, लेकिन OBC मुस्लिमों को तो कोई नौकरी नहीं मिली’. वहीं, चंद्रबाबू नायडू को लेकर कहा कि वो तो हमेशा से धोखेबाज रहे हैं, जो अपने ससुर का नहीं हुआ वो आंध्र प्रदेश का क्या होगा.’
‘मैं भी मुसलमानों को ऐसे ही पिंजरे में डालूंगा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वनतारा दौरे को लेकर उन्होंने कहा, ‘मोदी जब जू गए थे और वहां जानवरों को देख कर हंस रहे थे तो वो जानवरों को नहीं, बल्कि ये सोच कर हंस रहे थे कि मैं भी मुसलमानों को ऐसे ही पिंजरे में डालूंगा.’ ओवैसी ने आगे कहा कि बीजेपी ऐसा काम कर रही है जो हमारे धर्म और संविधान के खिलाफ है. ये प्रोजेक्ट मुस्लिम है जिसके तहत ये भारत से मुसलमानों को खत्म करना चाहते हैं, मुसलमानों की संस्थाओं को खत्म करना चाहते हैं.
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