India China News: ट्रंप के टैरिफ की वजह से एशिया-यूरोप के शेयर बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है.अमेरिका की नई सरकार ने अपनी अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत भारत और चीन पर सख्त टैरिफ लगाए हैं. चीन पर 34 फीसदी और भारत पर 26 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है. इस बीच चीन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की ओर से लगाए गए टैरिफ का मुकाबला करने के लिए भारत-चीन को एक साथ खड़ा होना चाहिए.
‘भारत-चीन को साथ खड़ा होना चाहिए’
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा, “चीन-भारत आर्थिक और व्यापारिक संबंध एक दूसरे के लाभ पर आधारित है. अमेरिका टैरिफ का दुरुपयोग कर रहा है. इसका सामना करने के लिए दुनिया के दो सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ खड़ा होना चाहिए. ट्रेड और टैरिफ वॉर में कोई विजेता नहीं होता है. सभी देशों को व्यापक चर्चा के सिद्धांतों को बनाए रखना चाहिए. एकतरफावाद और संरक्षणवाद के सभी रूपों का संयुक्त रूप से विरोध करना चाहिए”
अमेरिकी की धमकी बड़ी गलती- चीन
ट्रंप के टैरिफ के जवाब में चीन ने अमेरिका पर 34 फीसदी का टैरिफ लगाया. चीन की इस कार्रवाई से ट्रंप ने चीनी आयात पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी दे दी. चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यदि अमेरिका अपने टैरिफ उपायों को बढ़ाता है, तो चीन अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए दृढ़तापूर्वक जवाबी उपाय करेगा. उन्होंने कहा कि चीन पर टैरिफ बढ़ाने की अमेरिकी धमकी एक बड़ी गलती है और एक बार फिर अमेरिका की ब्लैकमेलिंग प्रकृति को उजागर करती है.
‘सम्मान के आधार पर हो बातचीत’
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “चीन के साथ व्यवहार करने का सही रास्ता दबाव डालना और धमकी देना नहीं है. चीन अमेरिका से आग्रह करता है कि वह तुरंत अपनी गलत प्रथाओं को सुधारे, चीन के खिलाफ सभी एकतरफा टैरिफ उपायों को रद्द करे, चीन के आर्थिक और व्यापारिक दमन को रोके और आपसी सम्मान के आधार पर समान वार्ता के माध्यम से चीन के साथ मतभेदों को ठीक से हल करें.”
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