<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;"><strong>AK-47 Rifle Qualities:</strong> <a title="पहलगाम" href="https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack" data-type="interlinkingkeywords">पहलगाम</a> में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने एके-47 राइफल के जरिए 26 मासूम पर्यटकों को बेदर्दी से मौत के घाट उतार दिया. इस कायराना हमले की दुनियाभर में निंदा हो रही है और भारत सरकार उन दहशतगर्दों को किसी भी हाल में बख्शने क मूड में नहीं है. यही वजह है कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. लेकिन आज हम यहां आतंकवाद नहीं बल्कि एक ऐसी बंदूक के बारे में बात करेंगे, जिसका नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में खौफ आ जाता है. इस बंदूक का नाम है एके-47 राइफल. </span></p>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">सेना से लेकर आतंकवादियों तक आखिर यह सबकी पसंदीदा बंदूक क्यों है. इसमें ऐसा क्या है जो कि इस राइफल को सभी इस्तेमाल करना चाहता हैं. वैसे तो भारत में किसी भी आम आदमी को इसे रखना गैर-कानूनी माना जाता है, लेकिन फिर भी आतंकवादी बेहिचक इसका इस्तेमाल करते हैं. चलिए इस बंदूक की खूबी जान लेते हैं.</span></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>एके 47 राइफल की खासियत </strong></p>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">एके-47 राइफल को भारत में सिर्फ आर्मी या फिर पुलिस फोर्स को इस्तेमाल करने की इजाजत है. यहां पर आम आदमी इसको इस्तेमाल नहीं कर सकता है. भारत में अगर कोई आम नागरिक इसका इस्तेमाल करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सीधा देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाता है. आतंकवादी भी अपने घिनौने कारनामों को अंजाम देने के लिए एके-47 राइफल को इस्तेमाल करते हैं. आइए जानें कि आतंकवादी और सेना सभी इसका इस्तेमाल क्यों करते हैं. </span></p>
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<li><span style="font-weight: 400;">AK-47 राइफल का पूरा नाम Automatic Kalashnikov-47 है. इस राइफल को Mikhail Kalashnikov ने 1947 में बनाया था. हालांकि उन्होंने इसके आविष्कार से कभी भी पैसा नहीं कमाया. </span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">एके-47 राइफल पूरी तरह से ऑटोमेटिक सेटिंग के अंदर 600 राउंड फायर कर सकती है. इस बंदूक में 7.62x39mm की गोलियां भरी जाती हैं. इस राइफल में सेमी-ऑटो मोड में 40 राउंड प्रति मिनट और बर्स्ट मोड में 100 राउंड प्रति मिनट गोलियां निकलती हैं. </span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">इसमें से निकलने वाली गोली की रेंज 350 मीटर होती है, जो कि 715 मीटर प्रति मिनट के हिसाब से टारगेट करती है. एके-47 की मैग्जीन तीन तरह की आती हैं. इसमें 20 राउंड, 30 राउंड और 75 राउंड की ड्रम मैगजीन होती है.</span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">इस राइफल में एक बार में 30 गोलियां भरी जा सकती हैं और इसमें से एक सेकेंड में 6 गोलियां निकलती हैं. यह इतनी पावरफुल गन होती है कि कुछ दीवारों, कार के दरवाजे को भी भेद करके उसके पीछे छिपे इंसान को मार सकती है.</span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">एके-47 गन को चलाने के लिए किसी भी खास तरह की ट्रेनिंग की जरूरत नहीं होती है. इस गन की साफ-सफाई करना और इसको मेंटेंन करना भी आसान होता है. </span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">AK-47 एक ऐसी राइफल होती है, जो कि पानी, रेत या मिट्टी किसी भी वातावरण में चल सकती है. यह बंदूक सिर्फ 8 पुर्जों से मिलकर बनती है और इनको एक मिनट में जोड़ा जा सकता है. इस राइफल को बच्चे भी आसानी से चला सकते हैं. </span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">AK-47 इतनी बेहतरीन राइफल है कि 300 मीटर दूरी तक अचूक निशाना लगा सकती है और अगर शूटर शानदार हो तो 800 मीटर तक भी निशाना लगा सकती है. आधुनिक राइफल में तो एक ग्रेनेड लॉन्चर भी जोड़ा जा सकता है. </span></li>
<li><span style="font-weight: 400;">आज के समय में दुनिया में करीब 10 करोड़ से ज्यादा AK-47 हैं, यानि कि दुनिया में हर 70 लोगों के पास यह राइफल है. अब आप समझ गए होंगे कि यह राइफल इतनी खास क्यों होती है.</span></li>
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Ak-47 Rifle Qualities: आतंकियों से लेकर सेना तक…AK-47 क्यों है सबसे पसंदीदा हथियार, क्या है इसकी सबसे बड़ी खासियत?
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