जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. प्रधानमंत्री आवास पर हुई सीसीएस बैठक के बाद ने पांच बड़े फैसले लिए गए हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया कि सीमा पार से भारत के खिलाफ लगातार रची जा रही साजिश को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं. भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को तोड़ने का फैसला किया है. इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा पर रोक जैसे कई अहम फैसले लिए गए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत सरकार के इन फैसलों का पाकिस्तान पर क्या असर होगा?
भारत ने लिए हैं ये पांच बड़े फैसले
- सिंधु जल समझौते पर रोक
- पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक
- दोनों देशों के उच्चायोग में तैनात अधिकरियों की संख्या घटाई जाएगी.
- एसवीएसई वीजा के तहत भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे का अल्टीमेटम
- अटारी-वाघा बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाएगा
पानी को तरस जाएगा पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को रद्द करने का फैसला किया गया है. इस फैसले का बड़ा असर पाकिस्तान पर पड़ सकता है. समझौते के तहत तीन पश्चिमी नदियों चिनाब, झेलम और सिंधु नदी का संपूर्ण जल पाकिस्तान को मिलता है. वहीं, भारत को सतलुज, व्यास और रावी नदियों का जल प्राप्त होता है. समझौते को रद्द करने से चिनाब, झेलम और सिंधु नदी का जल पाकिस्तान को नहीं मिल जाएगा. बता दें, पाकिस्तान में पंजाब और सिंध प्रांत के लोग खेती और अन्य जरूरतों के लिए पूरी तरह से इन नदियों के पानी पर निर्भर हैं. समझौता रद्द होने से ये दोनों प्रांत पानी को तरस जाएंगे, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा सकता है.
पाकिस्तानियों को नहीं मिलेग वीजा
भारत ने दूसरा बड़ा फैसला पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक लगाकर लिया है. भारत सरकार अब पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी नहीं करेगी. इसका असर उन पाकिस्तानी मरीजों पर पड़ेगा, जो बड़ी संख्या में भारत इलाज के लिए आते हैं. दरअसल, बीते कुछ सालों में भारत बड़े मेडिकल डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है और कई देशों के लोग भारत इलाज के लिए आते हैं, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है. एक आंकड़े के बाद 2015-16 में भारत ने 54 देशों के करीब दो लाख नागरिकों को मेडिकल वीजा उपलब्ध कराए थे. इसमें बड़ी संख्या पाकिस्तानियों को भी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2015-16 में हर महीने करीब 166 पाकिस्तानी नागरिक इलाज के लिए भारत की यात्रा करते थे. हालांकि, 2017 में मेडिकल वीजा के नियम कड़े कर दिए गए थे. अब भारत पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी नहीं करेगा. इस फैसले से पाकिस्तानी मरीजों को भी झटका लग सकता है, जो पहले से भारत में इलाज करा रहे हैं.
अटारी-वाघा बॉर्डर बंद
भारत सरकार ने अटारी-वाघा बॉर्डर को भी बंद करने का फैसला किया है. बता दें, दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही काफी सीमित आवाजाही है. अब अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से दोनों देशों के बीच सीमित आवाजाही भी बंद हो जाएगी.
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