[ad_1]
इंसानी दुनिया में सपनों का अस्तित्व क्या है? इसकी सटीक जानकारी अब तक पता नहीं चली है. हालांकि, कई वैज्ञानिक रिसर्च इसको लेकर अलग-अलग तरह के दावे करती हैं और ज्योतिषशास्त्र के अपने तर्क हैं. इंसानों को सपने क्यों आते हैं? वह सपने में ऐसी चीजें कैसे देख लेते हैं जिनसे उनका कोई वास्ता नहीं, इसको लेकर पूरी थीसिस लिखी जा सकती है, लेकिन क्या आपको पता है कि जानवर भी सपने देखते हैं.
बता चौंकाने वाली है, लेकिन सच है. कुछ वैज्ञानिक रिसर्च में यह साबित हुआ है कि इंसानों की तरह जानवर भी सपने देखते हैं और कल्पनाओं की दुनिया में खो जाते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि जानवर जब गहरी नींद में होते हैं तो उनके दिमाग का एक हिस्सा सक्रिय रहता है, जिससे उन्हें सपने आने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसा ज्यादातर पालतू कुत्तों और बिल्लियों के साथ देखने को मिलता है.
नींद में चौंकते हैं जानवर
अगर आपके घर में कोई कुत्ता या बिल्ली पली है तो आपने अक्सर देखा होगा कि सोते वक्त ये जानवर चौंक जाते हैं. कई बार कुत्ते नींद में ही भौंकने लगते हैं या फिर पैर हिलाने लगते हैं. वहीं बिल्लियां नींद में म्यांऊं-म्यांऊं करने लगती हैं. वैज्ञानिकों की रिसर्च कहती है कि ये जानवरों के सपने देखने के संकेत होते हैं.
इंसानों की तरह जानवर भी करते हैं REM नींद का अनुभव
1950 में वैज्ञानिकों ने REM टर्म की खोज की थी, जिसका मतलब है रैपिड आई मूवमेंट. यह नींद का एक चरण हैं और इंसान सपने इसी चरण के दौरान देखते हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह नींद का वह वक्त होता है, जब सोते वक्त पलकों के पीछे हमारी आंखे तेज गति से घूम रही होती हैं और हार्ट रेट बढ़ जाता है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट के साथ की गई स्टडी में निष्कर्ष निकाला है कि इंसानों की तरह जानवर भी REM नींद का अनुभव करते हैं और इसी दौरान वे सपने भी देखते हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि स्तनधारी जीव, कुछ पक्षी और कुछ रेप्टाइल्स REM नींद का अनुभव करते हैं.
आते हैं अच्छे से लेकर डरावने सपने
वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों की तरह जानवरों को भी अच्छे से लेकर डरावने सपने आते हैं. अगर जानवर नींद में चौंक जाते हैं तो इसका मतलब है कि उन्होंने कोई डरावना सपना देखा, जैसे कोई शिकारी उनका शिकार करने वाला हो. वहीं जब कुत्ते पैर हिलाते हैं तो उसका मतलब हो सकता है कि सपने में वे किसी काल्पनिक जानवर का शिकार करने के लिए उसका पीछा कर रहे हो.
यह भी पढ़ें: कितनी गर्मी बढ़ जाए कि झुलसने लगेगा इंसान का शरीर, कितना तापमान बर्दाश्त कर सकते हैं हम?
[ad_2]
Source link