प्रतीकात्मक फोटो
Earthquake: न्यूजीलैंड के पश्चिमी तट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सोमवार रात 1:00 बजे के कुछ ही समय बाद आया। इसका केंद्र इन्वरकार्गिल से लगभग 300 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में समुद्र की सतह से करीब 10 किलोमीटर नीचे था।
न्यूजीलैंड में निगरानीकर्ताओं ने भूकंप को मध्यम तीव्रता का बताया है। न्यूजीलैंड में आए भूकंप से नुकसान के संबंध में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। न्यूजीलैंड की जनसंख्या 50 लाख है और यह “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। यह क्षेत्र प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला हुआ है, जहां भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियां आम मानी जाती हैं।
भूकंप आने के क्या हैं कारण?
दरअसल, भूकंप आने के मुख्य कारण भूगर्भीय प्लेटों की गतिशीलता और आपसी टकराव होते हैं। धरती की बाहरी सतह सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों से बनी होती है। ये प्लेटें निरंतर गति में रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, खिसकती हैं या एक-दूसरे के नीचे चली जाती हैं, तो उस ऊर्जा का निकास भूकंप के रूप में होता है। प्लेटों के किनारे या फॉल्ट लाइनों में समय के साथ तनाव इकट्ठा होता है। जब यह तनाव एक सीमा से अधिक हो जाता है, तो चट्टानें टूटती हैं और अचानक ऊर्जा मुक्त होती है, जिससे भूकंप आता है। वहीं, ज्वालामुखी फटने या मैग्मा के अंदर बढ़ते दबाव के कारण भी भूकंप आ सकते हैं। इन्हें ज्वालामुखीय भूकंप कहा जाता है और ये सीमित क्षेत्र में महसूस होते हैं।
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