Reuters की एक रिपोर्ट में इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के कारोबारी तरीकों को लेकर ED की जांच के दौरान एपल और शाओमी से प्रश्न किए गए हैं। इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड गुड्स का स्टॉक करने और कंट्रोल रखने का आरोप है। देश के कानून के तहत, विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों पर ऐसा करने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है। ये कंपनियां केवल ऐसे मार्केटप्लेस के तौर पर कार्य कर सकती हैं जो बायर्स और सेल्स को जोड़ता है।
ED ने एपल और शाओमी सहित स्मार्टफोन कंपनियों को पत्र लिखकर उनकी ऑनलाइन सेल्स से जुड़ा डेटा मांगा है। इंडस्ट्री से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ED इन स्मार्टफोन कंपनियों की एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के साथ डीलिंग्स की पड़ताल कर रहा है। एपल को ED से इस बारे में मार्च में में निर्देश मिला था। इस मुद्दे पर एपल, फ्लिपकार्ट और एमेजॉन ने टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदन का उत्तर नहीं दिया। इस बारे में ED से भी प्रतिक्रिया नहीं मिली है। शाओमी ने इस पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
भारत में पिछले कुछ वर्षों में एपल के Iphone की बिक्री तेजी से बढ़ी है। इसमें ऑनलाइन सेल्स के साथ ही ऑफलाइन स्टोर्स की भी बड़ी हिस्सेदारी है। देश में के कंपनी नए स्टोर्स जल्द शुरू किए जा सकते हैं। एपल के ये स्टोर्स उत्तर प्रदेश में नोएडा के DLF Mall of India और महाराष्ट्र में पुणे के Kopa Mall में खोले जा सकते हैं। इसके अलावा कंपनी की दो अतिरिक्त स्टोर्स खोलने की योजना है। एपल के मौजूदा स्टोर्स दिल्ली और मुंबई में हैं। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि एपल ने नोएडा और पुणे में अपने तीसरे और चौथे स्टोर के लिए लोकेशन को तय कर लिया है। इसके अलावा यह मुंबई और बेंगलुरु में दो स्टोर्स के लिए लोकेशन की तलाश कर रही है।
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