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खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर अफगान सरकार के समक्ष कई बार चिंता जताई गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
यहां गवर्नर हाउस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने अफगान प्रशासन को बार-बार सूचित किया है कि अमेरिका द्वारा छोड़े गए हथियार अब उग्रवादियों के हाथों में हैं.
कुंडी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दोनों देशों के अधिकारियों ने आतंकवाद, पारगमन व्यापार, शरणार्थियों और अन्य द्विपक्षीय मुद्दों से निपटने के तरीकों पर मतभेदों के कारण तनावपूर्ण हुए संबंधों को सुधारने के लिए काबुल में वार्ता की.
कुंडी ने कहा कि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने अफगानिस्तान का दौरा किया था, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
भारत पर लगया था ट्रेन हाईजैक का आरोप
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए हमले को लेकर पाक सेना ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे. डीजी आईएसपीआर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का कहना है कि बलूचिस्तान में आतंकवाद के लिए सारी फंडिंग भारत से की जा रही है.
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती के साथ जनरल चौधरी ने शुक्रवार को ट्रेन हाईजैक मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां उन्होंने यह बयान दिया. इस दौरान उन्होंने एक तरफ पाकिस्तानी सेना की सराहना की, तो दूसरी ओर इस पूरे घटनाक्रम के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया.
भारत पर लगाए गंभीर आरोप
पाकिस्तान के जियो टीवी के अनुसार, जनरल शरीफ चौधरी ने कहा कि बलूचिस्तान में पहले हुए हमलों और ट्रेन हाईजैक की इस घटना के पीछे उनके अनुसार मुख्य प्रायोजक उनका पूर्वी पड़ोसी देश (भारत) है.
जनरल चौधरी ने दावा किया कि जफर एक्सप्रेस की यह घटना पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने की भारत की रणनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि यह पूरा षड्यंत्र सीमा पार बनाया गया और वहीं से इसे अंजाम दिया गया.
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