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3 घंटे पहले
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22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमले के बाद के कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक दुखद वीडियो सोशल मीडिया पर पहलगाम आतंकी हमले का बताकर शेयर किया जा रहा है।
वीडियो की शुरुआत में एक दर्दनाक तस्वीर दिख रही है, जिसमें खून में लथपथ लाश के सीने पर एक छोटा बच्चा बैठा है। वीडियो में आगे गाड़ी के भीतर उस बच्चे को रोते-बिलखते देखा जा सकता है। इस दौरान वहां मौजूद लोग उसे शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।
- इस वीडियो को X पर कई यूजर्स ने पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर शेयर किया। अजय प्रताप सिंह नाम के एक वेरिफाइड यूजर ने लिखा- इस बच्चे की एकमात्र गलती है कि यह हिंदू है इसीलिए इसने अपने पिता को खो दिया। वे धर्म पूछकर हिंदुओं को चुनचुन कर मार देते हैं और हम उनके लिए आवाज उठाएं, तो कुछ लोग कहते है हम हिन्दू मुस्लिम करके घृणा फैला रहे। #PahalgamTerrorAttack #TerrorHasOnlyOneReligion (अर्काइव)
- अभय प्रताप सिंह नाम के एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने लिखा- इस बच्चे की क्या गलती है। इसके पिता को इसके सामने ही गोली मार दी गई। एक मासूम बच्चे के सामने उसके पिता का पेंट खोलकर चेक किया और इसलिए गलियों से भून दिया गया क्योंकि वो हिंदू था फिर भी कुछ लोग इसका जश्न मना रहे हैं। #Pahalgam #PahalgamTerroristAttack (अर्काइव)
- देव कुमार मिश्रा नाम के एक अन्य यूजर ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया। (अर्काइव)
वायरल वीडियो का सच…
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की-फ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया। इस मामले से जुड़ी हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। खबर का लिंक…

अल जजीरा की वेबसाइट पर मौजूद खबर का स्क्रीनशॉट।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 जुलाई 2020 की ये घटना कश्मीर घाटी के सोपोर की है। जब मस्जिद में छिपे आतंकी और CRPF जवानी के बीच चल रही गोलीबारी में एक जवान शहीद और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी। यह आम नागरिक तीन साल के एक छोटे बच्चे के दादा थे।
दरअसल, आतंकी और जवानों के बीच चल रही गोलीबारी के दौरान एक गोली आकर उसके दादा को लगी। वो बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े। तीन साल का मासूम उन्हें खून में भीगा देख रोने लगा और उनके सीने पर बैठ गया। उस दौरान एक जवान ने उस बच्चे को बचाया। मासूम की सिसकियों के बीच सिर्फ यही आवाज आ रही थी कि उसे मां के पास जाना है। इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने बच्चे को घर छोड़ा था।
मासूम का वाहन में रोने वाला वीडियो हमें पड़ताल के दौरान X पर ANI की एक पोस्ट में मिला। ANI ने 1 जुलाई 2020 को वीडियो शेयर कर लिखा था- जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोपोर में आतंकवादी हमले के दौरान एक 3 साल के बच्चे को बचाया और उसे उसकी मां के पास ले गई। हमले के दौरान बच्चा अपने मृत रिश्तेदार के पास बैठा था।
इस घटना की खबर सिलसिलेवार फोटो के साथ भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर 5 साल पहले पब्लिश की थी। खबर का लिंक…

भास्कर की वेबसाइट पर 5 साल पहले पब्लिश हुई खबर का स्क्रीनशॉट।
साफ है कि सोशल मीडिया पर 5 साल पुरानी घटना की फोटो और वीडियो को पहलगाम आतंकी हमले का बताकर शेयर किया जा रहा है। यह फोटो और वीडियो 1 जुलाई 2020 का है।
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