देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का राजनीतिक सफर जितना चर्चित रहा है, उससे कहीं ज्यादा उनकी लव स्टोरी और शादी के चर्चा हुए थे. आज हम आपको पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और उनके पति फिरोज गांधी की लव स्टोरी से शादी और उसके बाद एक साथ जेल जाने तक कहानी आपको बताएंगे. जानिए आखिर किस मामले में इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी को जेल जाना पड़ा था.
इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी की लव स्टोरी
इंदिरा और फिरोज गांधी की लव स्टोरी को लेकर कहा जाता है कि जब फिरोज गांधी कॉलेज में पढ़ते थे. उस वक्त से ही वो स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा थे. वहीं इंदिरा उस दौरान स्कूली पढ़ाई में व्यस्त थी. देश में उस समय ब्रिटिश राज था, जिससे आजादी पाने के लिए देशभर में आंदोलन चल रहे थे. उस आंदोलन का हिस्सा जवाहर लाल नेहरू और पत्नी कमला नेहरू भी थी. साल 1930 के समय इंदिरा नेहरू की मां कमला नेहरू एक कॉलेज के सामने धरना देने के दौरान बेहोश हो गई थी. जिसके बाद उन्हें तब फिरोज गांधी ने संभाला था और उनकी मदद की थी. इसके बाद से उनकी तबीयत पूछने फिरोज गांधी अक्सर आनंद भवन यानी नेहरू परिवार काका घर जाने लगे थे. पहली बार वहीं इंदिरा और फिरोज की मुलाकात हुई थी. तब से फिरोज का नेहरू परिवार के घर आना-जाना शुरू हुआ था और उनकी लव स्टोरी वहीं से शुरू हुई थी.
नेहरू थे शादी के खिलाफ
इंदिरा और फिरोज की सालों की दोस्ती अब प्यार में बदल चुकी थी. जिसके बाद कपल ने शादी का प्रस्ताव परिवार के सामने रखा. लेकिन जवाहर लाल नेहरू ने इस शादी से बिल्कुल इंकार कर दिया था. जवाहर लाल नेहरू इसलिए भी इस शादी के खिलाफ थे, क्योंकि दोनों का धर्म अलग था. इंदिरा जहां हिंदू पंडित परिवार से थी, वहीं फिरोज एक पारसी परिवार से थे. उनके पिता का नाम जहांगीर और मां का नाम रतिबाई था.
महात्मा गांधी के कहने पर हुई थी शादी?
जवाहर लाल नेहरू के मना करने के बावजूद इंदिरा नेहरू और फिरोज शादी करने की जिद्द पर अड़े हुए थे. कहा जाता है कि नेहरू उन दोनों की जिद्द और देशभर में इसकी चर्चा को लेकर परेशान थे. जिसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी से इस मामले राय मांगी थी. इसको लेकर इंदिरा गांधी की बुआ कृष्णा हठीसिंग ने अपनी किताब ‘इंदु से प्रधानमंत्री में’ लिखा है कि महात्मा गांधी का स्थान पिता मोतीलाल नेहरू के गुजरने के बाद पिता के समान था. महात्मा गांधी से इस मामले में जवाहर लाल नेहरू को दोनों की शादी कराने की बात कही थी. कहा जाता है कि जिसके बाद फिरोज गांडी का सरनेम ‘गांधी’ हो गया था. जिसके बाद 26 मार्च 1942 को इंदिरा और फिरोज गांधी की शादी इलाहाबाद में हुई थी. इंदिरा नेहरू ने भी गांधी टाइटल का इस्तेमाल शुरू किया था. उस वक्त हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी की की शादी हुई थी.
शादी के बाद इंदिरा और फिरोज गांधी गए थे जेल
इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी की शादी के बाद उसी साल उन दोनों ब्रिटिश सरकार ने जेल में डाल दिया था. उस वक्त इंदिरा गांधी की उम्र 25 साल थी, जब वो पहली बार जेल में गए थे. साल 1942 में एक ही दिन दोनों को जेल भेजा गया था. जहां पर इंदिर और फिरोज सितम्बर 1942 से 13 मई 1943 तक 243 दिनों तक जेल में थे. फिरोज गांधी और इंदिरा के जेल से निकलने के बाद जवाहरलाल नेहरू ने फिरोज गांधी को नेशनल हेराल्ड मैनेजिंग डायरेक्टर बनाकर लखनऊ भेज दिया था.
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