blogwire logo blogwire logo
  • Home
  • Information
  • Technology
  • Business
  • Entertainment
  • gaming
  • Information
  • News
  • Sports
Reading: Mineral deal completed two months after Trump-Zelensky debate | ट्रम्प-जेलेंस्की में बहस के दो महीने बाद मिनरल डील: यूक्रेन को जंग में 350 बिलियन डॉलर की मदद दी; अब अमेरिका को दुर्लभ खनिज मिलेंगे
BlogwireBlogwire
Font ResizerAa
  • Entertainment
  • Technology
Search
  • Homepage
  • Home
  • Features
    • Post Headers
    • Layout
  • Categories
    • Technology
    • Entertainment
    • Health
  • Categories
  • Bookmarks
  • More Foxiz
    • Blog Index
    • Sitemap
Have an existing account? Sign In
Follow US
Copyright © 2025 BlogWire. All Rights reserved
Blogwire > Blog > Information > Mineral deal completed two months after Trump-Zelensky debate | ट्रम्प-जेलेंस्की में बहस के दो महीने बाद मिनरल डील: यूक्रेन को जंग में 350 बिलियन डॉलर की मदद दी; अब अमेरिका को दुर्लभ खनिज मिलेंगे
Mineral deal completed two months after Trump-Zelensky debate | ट्रम्प-जेलेंस्की में बहस के दो महीने बाद मिनरल डील: यूक्रेन को जंग में 350 बिलियन डॉलर की मदद दी; अब अमेरिका को दुर्लभ खनिज मिलेंगे
Information

Mineral deal completed two months after Trump-Zelensky debate | ट्रम्प-जेलेंस्की में बहस के दो महीने बाद मिनरल डील: यूक्रेन को जंग में 350 बिलियन डॉलर की मदद दी; अब अमेरिका को दुर्लभ खनिज मिलेंगे

BlogWire Team
Last updated: May 1, 2025 10:03 am
By BlogWire Team
8 Min Read
Share
SHARE

[ad_1]

2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच फरवरी में हुई तीखी बहस के 2 महीने बाद मिनरल डील पूरी हो गई है।

अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग में 350 बिलियन डॉलर की मदद की है। इसके बदले में उसने अमेरिका से दुर्लभ खनिज देने की मांग की थी।

मिनरल डील पर साइन करने के लिए जेलेंस्की फरवरी के अंत में यूक्रेन गए थे। हालांकि यहां दोनों के बीच व्हाइट हाउस में सीजफायर को लेकर तीखी बहस हो गई थी। इसके बाद जेलेंस्की डील पर साइन किए बिना ही अमेरिका से लौट आए थे।

अब इस डील के पूरे होने से अमेरिका को यूक्रेन के दुर्लभ खनिज मिलेंगे।

यूक्रेन में करीब 11 ट्रिलियन डॉलर के दुर्लभ खनिज मौजूद हैं। ये रकम भारत की कुल इकोनॉमी से भी 3 गुना ज्यादा है।

यूक्रेन में करीब 11 ट्रिलियन डॉलर के दुर्लभ खनिज मौजूद हैं। ये रकम भारत की कुल इकोनॉमी से भी 3 गुना ज्यादा है।

यूक्रेन में 100 से ज्यादा दुर्लभ खनिजों का भंडार

यूक्रेन में 100 से ज्यादा दुर्लभ खनिजों का भंडार है। इनमें 20 भंडार ऐसे हैं, जिन्हें अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने अमेरिका की इकोनॉमी ग्रोथ और सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी बताया है। यूक्रेन में मौजूद कुछ प्रमुख खनिज…

1. टाइटेनियम: यह चांदी जैसी दिखने वाला मटेरियल जमीन के अंदर चट्टानों के टुकड़ों के रूप में पाया जाता है। टाइटेनियम लोहे से 50% और स्टील से 56% हल्का होता है, फिर भी दोनों धातुओं से कई गुना ज्यादा मजबूत होता है। टाइटेनियम को पिघलाने के लिए 2 हजार डिग्री सेल्सियस के तापमान की जरूरत होती है। यानी ये ज्यादा गर्मी सह सकता है। इसीलिए इसका इस्तेमाल विमानों से लेकर पावर स्टेशनों तक में होता है। रूस-यूक्रेन जंग की शुरुआत से पहले ग्लोबल टाइटेनियम उत्पादन में 7% हिस्सा यूक्रेन का था।

2. लिथियम: ज्वालामुखी वाली चट्टानों और झरनों में पाया जाने वाला लिथियम हल्के सफेद रंग का होता है। यह दुनिया की सबसे हल्की धातु है। लिथियम को खुली हवा में नहीं रखा जाता, क्योंकि यह ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर फौरन आग पकड़ लेता है। इस वजह से लिथियम को तेल में डुबोकर रखा जाता है। लिथियम को एक चाकू से भी काटा जा सकता है, क्योंकि यह बहुत सॉफ्ट होता है। इसका इस्तेमाल बैटरियों को बनाने में होता है। यूरोप के कुल लिथियम भंडार का 33% हिस्सा यूक्रेन के पास है।

3. यूरेनियम: यह एक रेडियोएक्टिव धातु है, जो चट्टानों और झरनों में पाई जाती है। यूरेनियम को दुनिया की सबसे खतरनाक धातु भी कहते हैं क्योंकि इसका इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में होता है। दुनियाभर के कुल यूरेनियम का 2% यूक्रेन में पाया जाता है।

4. रेयर अर्थ मिनरल्स: यह 17 खनिजों का एक ग्रुप है, जो कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर मिलिट्री इक्विपमेंट तक में इस्तेमाल होता है। इसमें सेरियम, डिस्प्रोसियम, अर्बियम, यूरोपियम, गैडोलीनियम, होल्मियम, लैंथेनम, ल्यूटेटियम, नियोडिमियम, प्रेसियोडीमियम, प्रोमेथियम, समैरियम, स्कैंडियम, टेरबियम, थ्यूलियम, येटरबियम और इड्रियम शामिल हैं।

इसके अलावा यूक्रेन में ग्रेफाइट का भी बड़ा भंडार मौजूद है, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में इस्तेमाल होता है।

दुर्लभ खनिजों से अमेरिका अरबों डॉलर कैसे कमाएगा? ट्रम्प ने यूक्रेन के 50% दुर्लभ खनिजों पर कब्जा करने का प्रस्ताव दिया है। इनमें ग्रेफाइट, यूरेनियम, टाइटेनियम, लिथियम समेत कई बेशकीमती और दुर्लभ खनिज शामिल हैं। इनका इस्तेमाल टेस्ला की कारों से स्पेसएक्स के रॉकेट तक, होवित्जर तोप से मोबाइल की चिप तक में होता है।

फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशन्स की सीनियर लेक्चरर जेसिका गेनॉयर ने ABC न्यूज को बताया कि ट्रम्प का ध्यान यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों पर बना हुआ है, क्योंकि ट्रम्प इससे अमेरिकी सुरक्षा और उद्योग को बढ़ाना चाहते हैं। ट्रम्प इन खनिजों की मदद से चीन को कड़ी टक्कर देना चाहते हैं।

यूक्रेन के कई खनिजों पर रूस के कब्जे वाले इलाके में यूक्रेन के पास रेयर अर्थ मटेरियल के कई अहम भंडार हैं। हालांकि, जंग के बाद इनमें से कई इलाकों पर रूस का कब्जा है…

यूक्रेन के लुहांस्क, डोनेट्स्क, जपोरिजिया और खेरसॉन पर इस वक्त रूस का कब्जा है। इन प्रांतों में यूक्रेन के कुल खनिज भंडार का 53% हिस्सा है, जिसकी कीमत 6 ट्रिलियन पाउंड यानी करीब 660 लाख करोड़ रुपए हैं। इस पर पुतिन का सितंबर 2022 से कब्जा है।

25 फरवरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ दुर्लभ खनिजों की डील करने की इच्छा जताई। पुतिन ने कहा कि रेयर अर्थ मिनरल्स के लिए हम अमेरिका के साथ काम करने को तैयार हैं। रूसी कंपनियां रूस की जमीन से भी नेचुरल रिसोर्स एक्स्ट्रैक्ट कर सकती हैं। उनमें वो जमीन भी शामिल हैं, जो रूस ने यूक्रेन से हथियाई हैं।

इस पर ट्रम्प ने बयान देते हुए कहा,

QuoteImage

मैं रूस से खनिज खरीदना चाहूंगा। रूस के पास रेयर अर्थ मेटल्स का अच्छा भंडार है। वहां तेल और गैस भी बड़ी मात्रा में मौजूद है। यह रूस के लिए अच्छी बात है, क्योंकि इस पर हम समझौता कर सकते हैं।

QuoteImage

अमेरिका अभी अपनी दुर्लभ खनिजों की जरूरत कैसे पूरी करता है? दुनियाभर में रेयर अर्थ मिनरल्स की सप्लाई पर चीन का कब्जा है। पिछले कुछ दशकों में चीन दुर्लभ खनिजों के खनन और इसकी प्रोसेसिंग के मामले में सबसे बड़ा देश बन गया है। माइनिंग टेक्नोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन दुनिया के 60% से 70% दुर्लभ खनिजों का उत्पादन करता है, जबकि 90% दुर्लभ खनिज चीन में ही प्रोसेस होते हैं।

2023 की यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 से 2021 में अमेरिका ने चीन से 74% रेयर अर्थ मिनरल्स आयात किए थे। इसके अलावा 53% गैलिलियम और 33% ग्रेफाइट समेत 9 अन्य खनिजों का आयात भी किया था।

ट्रम्प दुर्लभ खनिजों की सप्लाई में अमेरिका का हिस्सा बढ़ाना चाहते हैं। फिलहाल अमेरिका इन खनिजों के लिए चीन पर निर्भर है। अमेरिका को दोबारा महान बनाने की बात करने वाले ट्रम्प के लिए ये चिंता की बात है। इससे अमेरिका का आर्थिक और सैन्य मोर्चे पर दांव कमजोर पड़ सकता है।

कीव की टारस शेवचेंको नेशनल यूनिवर्सिटी के जियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सेरही व्यज्वा ने एक इंटरव्यू में कहा,

QuoteImage

यह साफ है कि यूरोप, जापान और यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका सभी दुर्लभ खनिजों के लिए चीन पर निर्भर हैं।

QuoteImage

————–

यूक्रेन से जुड़ी अन्य खबर पढ़ें

मंडे मेगा स्टोरी- ट्रम्प ने यूक्रेन को कैसे छुरा घोंपा: 3 लाख मौतों के बाद क्या हासिल; रूस-यूक्रेन जंग के 3 सालों की पूरी कहानी

फरवरी 2022। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी। पूरी खबर पढ़ें…

[ad_2]

Source link

You Might Also Like

ED raids Gensol premises | ED ने जेनसोल के परिसरों पर छापेमारी की: को-प्रमोटर पुनीत जग्गी को हिरासत में लिया, ₹262 करोड़ की हेराफेरी का आरोप

Germany's New Chancellor Merz Gives Hope To Ukraine Amid Trump Endgame, Big Shift In Europe US Ties?

Iftar Party Political Leaders Vote Bank Politics Muslim Community Reaction Bihar Election 2025 Andhra Pradesh ann

Donald Trump claims China hit harder in tariff war warn americans not easy to recover | टैरिफ से चीन को लगा तगड़ा झटका! डोनाल्ड ट्रंप का दावा, बोले

Were anti-Hindu slogans raised after Eid prayers in Ujjain? Know the truth of the viral video | फेक न्यूज एक्सपोज: उज्जैन में ईद की नमाज के बाद लगे नारे हिंदू विरोधी थे या इजराइल विरोधी, जानें वायरल वीडियो का सच

Share This Article
Facebook Email Copy Link Print
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More Popular

Technology

Instagram से पैसे कमायें – 10 आसान तरीके

By BlogWire Team
13 Min Read

WhatsApp Se Paise Kaise Kamaye – 2023 के नए तरीके

By BlogWire Team
Secretary of State Marco Rubio at the American Compass Fifth Anniversary Gala
News

Secretary of State Marco Rubio at the American Compass Fifth Anniversary Gala

By BlogWire Team
28 Min Read
Kaise kare

नमस्ते भारत एप्प क्या है ? नमस्ते भारत एप्प को डाउनलोड कैसे करें 

नमस्कार दोस्तों आप सभी का blogwire में स्वागत है। आज के इस डिजिटल दौर में हम…

By BlogWire Team
Technology

जल्द आ रहा है व्हाट्सएप में मल्टी-डिवाइस सपोर्ट!

व्हाट्सएप का मल्टी-डिवाइस सपोर्ट फीचर आखिरकार लॉन्च के करीब है। व्हाट्सएप कथित तौर पर काफी समय…

By BlogWire Team
Kaise kare

नमस्ते भारत एप्प क्या है ? नमस्ते भारत एप्प को डाउनलोड कैसे करें 

नमस्कार दोस्तों आप सभी का blogwire में स्वागत है। आज के इस डिजिटल दौर में हम…

By BlogWire Team
Kaise kare

WhatsApp Se Paise Kaise Kamaye – 2023 के नए तरीके

WhatsApp का इस्तेमाल चैटिंग, मीडिया शेयरिंग आदि के लिए आप सभी लोग करते होंगें, लेकिन क्या आप…

By BlogWire Team
Technology

Instagram से पैसे कमायें – 10 आसान तरीके

Instagram से पैसे कैसे कमाने :- Instagram आज के समय में बहुत ही फेमस सोशल मीडिया…

By BlogWire Team
Blogging

ब्लॉग्गिंग से पैसे कैसे कमायें | Blogging se paise kaise kamaye

Blog क्या होता है? Blog एक ऐसा Platform होता है जिसके द्वारा लोग लिखित रूप में…

By BlogWire Team

Follow us on

Facebook Instagram

Copyright © 2025 BlogWire. All Rights reserved

About us  Privacy Policy Terms and conditions  Disclaimer  Contact us  Sitemap

Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?