Nuclear Bomb: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर भारत को परमाणु हमले की गीदड़ भभकी मिलनी शुरू हो गई है. पाकिस्तान बार-बार कह रहा है कि अगर भारत ने हमला किया तो वह परमाणु बमों का इस्तेमाल करेगा. ऐसे में युद्ध के परिणाम काफी भयानक होंगे.
दरअसल, भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देशों की लिस्ट में शुमार हैं. भारत और पाकिस्तान के पास कई ऐसी मिसाइलें हैं जो परमाणु हथियारों से लैस हैं और ये मिसाइलें दोनों देशों के कई शहरों को निशाना बना सकती हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच इन मिसाइलों का इस्तेमाल होता है तो काफी तबाही होगी.
सिर्फ 9 देशों के पास ही हैं परमाणु बम
बता दें, भारत और पाकिस्तान समेत दुनिया के सिर्फ नौ देशों के पास ही परमाणु हथियार हैं. ये नौ देश हैं – रूस, अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इजराइल. इन देशों के पास कुल 12,121 परमाणु हथियार हैं, जिसमें रूस के पास सबसे ज्यादा 5580 परमाणु हथियारों का जखीरा है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेरिका है, जिसके पास 5044 परमाणु हथियार हैं. इस तरह दुनिया में कुल परमाणु हथियारों का 90 फीसदी रूस और अमेरिका के पास ही है.
पूरे शहर को तबाह कर सकता है एक बम
परमाणु बमों को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार कहा जाता है. आखिरी बार इस बम का इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका ने जापान के खिलाफ किया था. कहा जाता है कि परमाणु हमले में जापान का हिरोशिमा व नागासाकी पूरी तरह तबाह हो गया था और लाखों लोगों की मौत हुई थी. आज दुनिया के इन नौ देशों के पास द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल किए गए परमाणु बम से भी बड़े परमाणु हथियार हैं, जो एक झटके में पूरा शहर तबाह कर सकते हैं.
क्यों बनाए हजारों परमाणु हथियार
अब सवाल उठता है कि जब एक बम से ही पूरा शहर तबाह हो सकता है तो दुनिया के कुछ देशों ने हजारों परमाणु बम क्यों बनाए? बता दें, इस समय सिर्फ अमेरिका और रूस के पास ही 5000 से ज्यादा बम हैं. इसके बाद चीन का नंबर आता है, जिसके पास 500 परमाणु हथियार हैं. ज्यादा से ज्यादा परमाणु बम बनाने के पीछे अमेरिका और सोवियत संघ के बीच लंबे समय से चली आ रही प्रतिस्पर्धा थी. इन दोनों देशों ने दुनिया में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए बड़ी मात्रा में परमाणु हथियार बनाए. हालांकि, इन बमों से होने वाली तबाही को देखते हुए अब किसी अन्य देश को परमाणु बम बनाने की अनुमति नहीं है.
यह भी पढ़ें: परमाणु हथियारों को बनाने में भारत ने कुल कितना पैसा खर्च किया? रिपोर्ट में हुआ था खुलासा