प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन दिवसीय यात्रा पर गुजरात पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन दिवसीय यात्रा पर गुजरात पहुंचे हैं। पीएम मोदी का विमान शनिवार रात को जामनगर हवाई अड्डे पर उतरा। इसके बाद उन्होंने जामनगर सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया। उन्हें सर्किट हाउस की पहली मंजिल पर स्थित रंगमती कक्
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रविवार सुबह पीएम मोदी जामनगर में स्थित वनतारा का दौरा करेंगे। वनतारा रिलायंस द्वारा संचालित पशु बचाव एवं पुनर्वास केंद्र है। यहां के बाद पीएम सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान जाएंगे। सोमवार को गिर जिले में स्थित सोमनाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी जामनगर, द्वारका और गिर जिलों का दौरा करेंगे।
जामनगर स्वागत को तैयार मंत्री मुलुभाई बेरा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जामनगर आ रहे हैं। पूरा शहर उनके स्वागत के लिए उत्साहित है। वह जामनगर और सौराष्ट्र की बहुत परवाह करते हैं और नियमित रूप से यहां आते हैं। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जामनगर और द्वारका जिले प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए उत्साहित हैं।
‘वनतारा’ दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
3000 एकड़ ग्रीनबेल्ट में फैला हुआ है ‘वनतारा’ जामनगर में जानवरों के पुनर्वास के लिए बनाया गया ‘वनतारा’ दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा वनतारा (स्टार ऑफ फॉरेस्ट) कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत, घायल जानवरों का बचाव, उपचार, देखभाल और उनका पुनर्वास शामिल है। वनतारा रिलायंस के जामनगर स्थित रिफाइनरी परिसर के 3000 एकड़ ग्रीनबेल्ट में फैला हुआ है। वनतारा प्रोजेक्ट जानवरों को समर्पित अपनी तरह का देश का पहला सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इस पूरे इलाके को घने जंगल की तरह विकसित किया गया है।

वनतारा में बना एलिफेंट हॉस्पिटल।
200 हाथियों की भी शरण स्थली ‘एलिफेंट हॉस्पिटल’ इस प्रोजेक्ट में अब तक घायल और अकेले छोड़ दिए गए 200 हाथियों को लाया जा चुका है। हाथियों के लिए विशेष शेल्टर और जगह-जगह जलाशय भी बनाए गए हैं। इतना ही नहीं, हाथियों को उठाने के लिए क्रेन की भी व्यवस्था है। इन हाथियों का ख्याल रखने के लिए ही 500 से ज्यादा प्रशिक्षित कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।

स्पेशल फूड तैयार करने के लिए तैयार किया गया किचन।
लुप्त हो रहे जानवरों का पुनर्वास केंद्र वनतारा में सिर्फ जानवर ही नहीं, पक्षी और सरिसृप का पुनर्वास भी शामिल हैं। यहां गेंडे, चीते समेत कई तरह के लुप्त हो रहे जानवरों का पुनर्वास किया जा रहा है। भारत ही नहीं, यहां विदेशों से भी उपेक्षित जानवरों को लाया गया है और उनकी पूरी देखभाल की जा रही है।
जानवरों के लिए हाईटेक हॉस्पिटल भी यहां जानवरों-पशु-पक्षियों के लिए हाईटेक हॉस्पिटल भी बनाया गया है। यह हॉस्पिटल करीब 25 हाजर वर्गफीट में फैला हुआ है। इसके अलावा 650 एकड़ में एक पुनर्वास सेंटर भी बनाया गया है। हॉस्पिटल में एक्स-रे मशीन, लेजर मशीन, हाइड्रोलिक सर्जिकल टेबल जैसी तमाम हाईटेक सुविधाएं मौजूद हैं।

एक पशु बचाव केंद्र में बनाए गए पोखर में बैठी बिग कैट।
43 प्रजातियों के 2,000 से अधिक जानवरों की शरण स्थली है वनतारा वनतारा में 43 प्रजातियों के 2000 से अधिक जानवर बचाव एवं पुनर्वास केंद्र की देखरेख में हैं। केंद्र ने सात भारतीय और विदेशी लुप्तप्राय प्रजातियों का संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य इन लुप्तप्राय जानवरों की संख्या को बढ़ाकर उन्हें उनके मूल निवास स्थान पर बहाल किया जाना है।