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फ्लोरिडा1 मिनट पहले
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भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स अपने चार साथियों के साथ मंगलवार देर रात 3:27 बजे पृथ्वी पर लौट आईं। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर 9 महीने 14 दिन तक रहीं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से उन्हें पृथ्वी पर लौटने पर 17 घंटे का वक्त लगा। स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था। इस दौरान करीब 7 मिनट के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट रहा।
17 घंटे की इस पूरी यात्रा को 15 फोटोज में देखिए…

18 मार्च को सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के 3 अन्य एस्ट्रोनॉट स्पेस स्टेशन से रवाना हुए।

पृथ्वी पर वापसी के दौरान स्पेसक्राफ्ट के अंदर की पहली तस्वीर।

स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में रिएंट्री की पहली तस्वीर।

रिएंट्री के कुछ देर बाद स्पेसक्राफ्ट के दोनों पैराशूट खुल गए।

स्पेसक्राफ्ट का पैराशूट इस तरह खुला। स्पेसक्राफ्ट में लगे कैमरों ने इस मोमेंट को कैद किया।

स्पेसक्राफ्ट के समुद्र में लैंड होने से पहले चारों एस्ट्रोनॉट के पैराशूट खुले।

भारतीय समयानुसार 19 मार्च तड़के 3:27 बजे स्पेसक्राफ्ट का समुद्र की सतह पर स्प्लैशडाउन यानी लैंडिंग हुई।

लैंडिंग के कुछ देर बाद ही रिकवरी क्रू स्पेसक्राफ्ट के पास पहुंच गया।

रिकवरी क्रू ने स्पेसक्राफ्ट को बोट पर लोड किया।

स्पेसक्राफ्ट का गेट खोलने से पहले पानी डाला गया।

सावधानी के साथ स्पेसक्राफ्ट का दरवाजा खोला गया।

रिकवरी क्रू कैमरे के साथ अंदर गया। एस्ट्रोनॉट्स ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया, सुनीता विलियम्स सबसे दाईं ओर हैं।

सबसे पहले क्रू कमांडर निक हेग को स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया।

दूसरे नंबर पर अलेक्जेंडर गोरबुनोव को स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकाला गया।

सुनीता विलियम्स को स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से बाहर लाया गया। उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

सबसे आखिर में क्रू-9 के चौथे एस्ट्रोनॉट बुच विल्मोर को बाहर लाया गया।

ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर पर सुनीता विलियम्स समेत सभी एस्ट्रोनॉट्स की सफल वापसी पर कर्मचारियों ने एक दूसरे को बधाई दी।
8 दिन के लिए गए थे, 9 महीने तक फंसे रहे…

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून, 2024 को बोइंग और NASA के जॉइंट मिशन पर गए थे। एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन पर 8 दिन तक रहना था। लेकिन इनके स्पेसक्राफ्ट स्टारलाइनर तकनीकी खराबी आने की वजह से दोनों स्पेस में 9 महीने तक फंसे रहे।

16 मार्च, 2025 को क्रू-10 की एस्ट्रोनॉट ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव स्पेस स्टेशन पहुंचे। सुनीता विलियम्स सहित अन्य एस्ट्रोनॉट्स ने उनका स्वागत किया।

पृथ्वी पर लौटने से पहले क्रू-9 के मेंबर स्पेस स्टेशन और ड्रैगन क्रू स्पेसक्राफ्ट के बीच वेस्टिबुल के अंदर एक साथ पोज देते हुए। बाएं से क्लॉकवाइज, अमेरिकी एस्ट्रोनॉट बुच विल्मोर, निक हेग, सुनीता विलियम्स और रूसी एस्ट्रोनॉट अलेक्सांद्र गोरबुनोव।

18 मार्च, 2025 को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट सुनीता विलियम्स समेत 4 एस्ट्रोनॉट्स को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लेकर पृथ्वी की ओर रवाना हुआ।
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भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। इनके साथ क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार आज 19 मार्च को रात 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ। पूरी खबर पढ़ें…
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