फीचर की खासियतें
इस फीचर के साथ यूजर्स चैट एक्सपोर्ट को ब्लॉक कर सकते हैं।
मीडिया को ऑटोमैटिक स्तर पर सेव होने से रोक सकते हैं।
अपने मैसेज को WhatsApp के बाहर AI बेस्ड टूल के जरिए उपयोग होने से रोक सकते हैं।
यह फीचर सिक्योरिटी की एक नई लेयर प्रदान करता है जो WhatsApp के पहले से मौजूद ऑप्शन जैसे डिसअपीयरिंग मैसेज और चैट लॉक पर बेस्ड है।
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए अपडेट में बताया कि नई सेटिंग उन चैट के लिए है जिनमें संवेदनशील विषय शामिल हैं लेकिन इसमें ऐसे मेंबर शामिल हैं जो एक-दूसरे को बहुत अच्छी तरह से नहीं जानते हैं। WhatsApp ने कहा कि निजी चैट और ग्रुप दोनों में उपलब्ध यह नई सेटिंग दूसरों को WhatsApp के बाहर कंटेंट लाने से रोकने में मदद करती है जब यूजर्स अतिरिक्त प्राइवेसी चाहते हैं।
कैसे करता है यह फीचर काम
यूजर्स किसी भी चैट या ग्रुप को खोलकर चैट नाम पर टैप करके और एडवांस चैट प्राइवेसी का चयन करके इस फीचर को ऑन कर सकते हैं। एक बार ऑन होने के बाद यह उस कंवर्सेशन में सभी पर लागू होता है। इसका मतलब है कि चैट में कोई भी व्यक्ति मैसेज को इंपोर्ट नहीं कर पाएगा। इसके अलावा AI टूल के साथ उपयोग नहीं कर पाएगा और मीडिया ऑटोमैटिक तौर पर डिवाइस पर सेव नहीं होगी।
WhatsApp का कहना है कि यह सेटिंग हेल्थ सपोर्ट कम्युनिटी या इश्यू बेस्ड डिसकशन जैसे सेमी पब्लिक ग्रुप में काफी जरूरी साबित होगी, क्योंकि ऐसी जगह पर यूजर्स निजी जानकारी शेयर करते समय अतिरिक्त सिक्योरिटी चाहते हैं। यह फीचर का पहला वर्जन है। WhatsApp ने कहा है कि भविष्य में और सुधार किए जाएंगे और यूजर्स आगामी अपडेट में और भी बेहतर प्राइवेसी ऑप्शन की उम्मीद कर सकते हैं। यह फीचर अब ग्लोबल स्तर पर शुरू किया जा रहा है और आने वाले दिनों में ऐप के लेटेस्ट वर्जन के साथ सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध हो जाना चाहिए।
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