Elon Musk Peter Navarro Feud: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ नीति से सिर्फ दुनिया भर में ही हलचल नहीं मची बल्कि उनकी अपनी टीम में भी विवाद शुरू हो गया है. इस मुद्दे पर ट्रंप के दो बड़े सहयोगी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अर्थशास्त्री पीटर नैवारो के बीच जोरदार बहस हो गई है.
मस्क ने नैवारो को सार्वजनिक तौर पर ‘मूर्ख’ कह दिया, जिससे ये विवाद और बढ़ गया. जब इस विवाद पर व्हाइट हाउस की प्रवक्ता से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह दो पुरुषों के बीच की निजी बहस है और इसे बहुत ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए.
कैरोलिन लैविट ने कही ये बात
ट्रंप सरकार की टैरिफ नीति पर एलन मस्क और पीटर नैवारो के बीच छिड़ी बहस को लेकर जब व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लैविट से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे व्यक्तिगत मतभेद बताया. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “ये दो लोग हैं जिनकी ट्रेड और टैरिफ पर अलग-अलग राय है. लड़के तो लड़के होते हैं, उन्हें करने दीजिए जो करना है.”
कैरोलिन लैविट ने यह भी कहा कि लोग इस बात के लिए शुक्रगुजार रहें कि हमारी सरकार अब तक की सबसे पारदर्शी सरकार है. साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लैविट ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप पूरी पारदर्शिता से काम करते हैं. वह सबकी राय सुनते हैं. उनकी सरकार में हर मुद्दे पर लोगों की अलग राय होती है, और राष्ट्रपति सबको सुनने के बाद देशहित में सबसे अच्छा फैसला लेते हैं.”
क्यों भिड़े मस्क और नैवारो?
अमेरिका की टैरिफ नीति को लेकर एलन मस्क और ट्रंप के ट्रेड सलाहकार पीटर नैवारो के बीच जबरदस्त बहस हो गई है. दरअसल, टैरिफ की योजना तैयार करने में नैवारो की बड़ी भूमिका रही है, जबकि मस्क इस नीति के खिलाफ हैं. नैवारो ने एक इंटरव्यू में टैरिफ का बचाव करते हुए कहा था कि बाजार में जो गिरावट आई है, उसके बाद जल्द ही सुधार होगा. उन्होंने दावा किया कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका का प्रमुख स्टॉक इंडेक्स डॉव जोंस 50,000 के आंकड़े तक पहुंच सकता है.
उनका यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. इसके बाद एलन मस्क ने नैवारो पर तंज कसते हुए कहा कि हार्वर्ड से इकोनॉमिक्स में पीएचडी होना अच्छी बात नहीं, बल्कि खराब है. यह पहली बार नहीं है जब मस्क और नैवारो आमने-सामने आए हों. इससे पहले भी मस्क ने अमेरिका और यूरोप के बीच ज़ीरो टैरिफ यानी बिना किसी आयात शुल्क के व्यापार की बात कही थी.
मस्क ने कहा था, “मुझे उम्मीद है कि अमेरिका और यूरोप मिलकर आगे बढ़ेंगे और फ्री ट्रेड को बढ़ावा देंगे.” लेकिन ट्रंप ने यूरोपियन यूनियन पर 20% टैरिफ लगा दिया है, जिससे मस्क नाराज हैं. इस मुद्दे पर दोनों की सोच बिल्कुल अलग है और अब यह बहस सार्वजनिक तौर पर सामने आ गई है.